संवाददाता-अबुल कलाम टंडवा- (चतरा)
आम्रपाली में कार्यरत सीसीएल कर्मी संंजय कुमार महतो की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। उसका शव घर से चार किलोमीटर दूर शिवपुर-टोरी रेलवे लाईन में गोडवार के समीप रेलवे ट्रैक पर मिला, रेलवे परिचालन के कारण शव क्षत-विक्षत हो गया, मृतक आम्रपाली कोल परियोजना में डीजी ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे।
इस घटना की सूचना पाकर एसडीपीओ शंभू सिंह व थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल चतरा भेज दिया इसके बाद डॉग स्क्वायड व फॉरेंसिक विभाग की टीम जांच में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार, संजय हर दिन की तरह ड्यूटी करके अपने घर होन्हे पहुंचे थे, गुरुवार शाम 7 बजे फोन पर बात करते हुए घर से बाहर निकले इसके बाद वह लापता हो गए काफी वक्त के बाद घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ था, इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
सूचना के बाद थाना प्रभारी रात में ही होन्हे गांव पहुंचे और परिजनों से जानकारी ली। शुक्रवार सुबह एक ट्रेन ड्राइवर ने शिवपुर-टोरी रेलवे लाइन पर गोड़वार के समीप रेलवे ट्रैक पर एक शव होने की सूचना ग्रामीणों को दी, इसके बाद संजय के पुत्र दीपक कुमार वहां पहुंचा और अपने पिता के शव की पहचान की।
एसडीपीओ ने कहा कि प्रथमदृष्टया हत्या का मामला प्रतीत होता है, हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया, कहा कि उनके नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है, बहुत जल्द मामले का उद्भेदन किया जायेगा। मगध व आम्रपाली क्षेत्र में हत्या से सनसनी परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व संजय को फोन पर धमकी भी मिली थी, घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है पहली बार मगध व आम्रपाली क्षेत्र में हत्या होने से सनसनी फैल गई है, हत्या की इस घटना से क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल है।
दो वर्ष पूर्व मगध कोल परियोजना क्षेत्र के लातेहार क्षेत्र में युगल गंझू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी इसके पूर्व वर्ष 2010 में भी सीसीएल कर्मी सोपारम गांव निवासी एनके पाठक का अपहरण किया गया था, 60 घंटे के बाद उसे अपहरणकर्ताओं ने छोड़ दिया था।
सीसीएल कर्मी संजय कुमार पर वर्ष 2018 में भी जानलेवा हमला हुआ था, संजय सीसीएल के प्राइवेट अमीन शंभु प्रसाद राणा के साथ हजारीबाग जा रहे थे, रास्ते में कटकमदाग थाना क्षेत्र के जंगल में दोनों पर गोली चलाई गई थी, इसमें अमीन शंभु की मौत हो गई थी, जबकि संजय को हाथ में गोली लगी थी, इस संबंध में कटकमदाग थाना में मामला दर्ज हुआ था, बाद में मृतक अमीन के परिजनों ने आवेदन देकर संजय कुमार को भी मामले में आरोपी बनाया था।